काल द्रव्य का अर्थ
[ kaal dervey ]
काल द्रव्य उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- जैन शास्त्रों में उल्लिखित छः द्रव्यों में से एक:"अन्य द्रव्यों की तरह कालद्रव्य भी स्वतंत्र है तथा संपूर्ण लोक में व्याप्त है"
पर्याय: कालद्रव्य, काल-द्रव्य
उदाहरण वाक्य
- काल द्रव्य सबका परिणमन कराता है चाहे अच्छा करो चाहे बुरा करो।
- इन साधनों के उपयुक्त देश , काल, द्रव्य, कर्ता, मंत्र और कर्म या तो नष्ट हो गये हैं या दूषित हो गये हैं।
- इन साधनों के उपयुक्त देश , काल, द्रव्य, कर्ता, मंत्र और कर्म या तो नष्ट हो गये हैं या दूषित हो गये हैं।
- ( ९) कृष्णाश्रय स्तोत्रम- इस ग्रन्थ में बताया गया है कि कलियुग में देश, काल, द्रव्य, कर्ता, मंत्र और कर्म शुद्ध नही रहे, अतः उनसे पुरूषार्थ-सिद्धि नही हो सकती।
- इसका कारण यह है कि उसे एक-एक अणुरूप माना गया है और वे अणुरूप काल द्रव्य असंख्यात हैं , क्योंकि वे लोकाकाश के , जो असंख्यात प्रदेशों वाला है , एक-एक प्रदेश पर एक-एक जुदे-जुदे रत्नों की राशि की तरह अवस्थित हैं।